Kaal Hasti Puja
₹2,100.00 – ₹11,000.00
Kaal Hasti Puja
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान शिव के परम भक्त, एक महान गज (हाथी) और एक विशाल नाग (सर्प) के बीच घमासान युद्ध हुआ। दोनों ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस युद्ध में भगवान शिव ने स्वयं प्रकट होकर, दोनों को मोक्ष प्रदान किया और कहा कि जो भी Kaal Hasti Puja करेगा, उसे Rahu-Ketu और शनि दोष से मुक्ति मिलेगी और जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होगी।
अगर आपकी कुंडली में Rahu-Ketu Dosh, Shani Dosh, Kaal Sarp Dosh या अनचाही बाधाएं हैं, तो Kaal Hasti Puja आपके लिए सबसे प्रभावी उपाय है। यह पूजा आपके कर्मिक दोषों को शांत कर, नकारात्मक ऊर्जा, आर्थिक संकट, और पारिवारिक समस्याओं से मुक्ति दिलाती है।
Kaal Hasti Puja – Kaal Sarp Dosh & Rahu-Ketu Shanti का सबसे शक्तिशाली उपाय
Kaal Hasti Puja विशेष रूप से Kaal Sarp Dosh, Rahu-Ketu Dosh और Shani Dosh के प्रभाव को शांत करने के लिए की जाती है। यह पूजा Shri Kalahasti Temple में संपन्न होती है, जिसे Rahu-Ketu Shanti Kshetra कहा जाता है। इस पूजा से जीवन की अनचाही बाधाएं, करियर में रुकावटें, असफलता, आर्थिक संकट और मानसिक तनाव समाप्त होते हैं।
Key Benefits
✅ Kaal Sarp Dosh & Rahu-Ketu Dosh को शांत करता है
✅ Sudden Financial Losses और Career Problems से बचाव करता है
✅ Marriage, Health & Childbirth Issues को दूर करता है
✅ Negative Energy, शत्रु बाधा और बुरी नजर से रक्षा करता है
✅ Peace, Prosperity & Stability को बढ़ाता है
Why is Sri Kalahasti Temple Special for Kaal Hasti Puja?
🔹 यह मंदिर Dakshina Kailash (South Kailash) के रूप में प्रसिद्ध है।
🔹 यहाँ की Vayu Lingam स्वयं भगवान शिव का दिव्य स्वरूप है।
🔹 यह स्थान Rahu-Ketu की शांति के लिए सबसे प्रभावी माना जाता है।
🔹 यहाँ की गई Kaal Hasti Puja तुरंत असर दिखाती है।
Types of Kaal Hasti Puja & Abhishek
🔹 ₹2100 – Group Abhishek (सामूहिक अभिषेक)
🔹 ₹5100 – 11 Samagrahi Se Abhishek (विशेष अभिषेक)
🔹 ₹11000 – 21 Samagrahi Se Abhishek (शक्तिशाली अनुष्ठान)
🔹 Rahu-Ketu Mantra Jaap (शांति और दोष निवारण हेतु)
🔹 Private Abhishek (व्यक्तिगत पूजा के लिए)
How is Kaal Hasti Puja Performed?
🔹 विशेष वैदिक मंत्रों और अनुष्ठानों से यह पूजा की जाती है।
🔹 राहु-केतु शांति यंत्र, रुद्राक्ष और अभिषेक का विशेष महत्व होता है।
🔹 भगवान शिव, देवी पार्वती और नागदेवता की अर्चना की जाती है।
🔹 इस पूजा के लिए कुंडली मिलान आवश्यक नहीं, कोई भी इसे कर सकता है।
🔹 पूजा विधि का सही पालन करने से तुरंत लाभ प्राप्त होता है।